करियर के लिए इमोशनल इंटेलिजेंस क्यों जरूरी है?
यदि आप सोचते हैं कि आज के समय में अपने करियर में सफल होने के लिए किसी अच्छे कॉलेज से डिग्री लेने और सही एक्सपीरियंस होने की जरुरत है तो आप गलत हैं। अब कुछ लोग कहेंगे कि यदि हम इसमें टेक्निकल स्किल्स या कुछ और स्किल्स को जोड़ लेंगे तो काम बन जाएगा लेकिन तब भी काम नहीं बनने वाला है।
ऐसा हम यूँ ही नहीं कह रहे हैं बल्कि बहुत लोगों पर की गई रिसर्च कह रही है। दरअसल यदि आज के समय में आपको अपने करियर या काम में आगे बढ़ना है तो उसके लिए आपके अंदर एक और गुण होना चाहिए और उस गुण का नाम है इमोशनल इंटेलिजेंस (Emotional intelligence in Hindi)। अब आप में से बहुत लोगों ने इसके बारे में या तो सुना नहीं होगा या बहुत कम जानते होंगे।
ऐसे में आज हम आपको बताएँगे कि आखिरकार किस तरह से इमोशनल इंटेलिजेंस आपके करियर को एक नया आयाम देने के लिए बहुत जरुरी कौशल (Emotional intelligence ka matlab) है। आइए जाने किस तरह से यह इमोशनल इंटेलिजेंस आपके करियर को बनाने में सहायक हो सकती है।
करियर के लिए इमोशनल इंटेलिजेंस क्यों जरूरी है?
करियर के लिए इमोशनल इंटेलिजेंस का महत्व जानने से पहले आप यह जान लें कि आखिरकार यह इमोशनल इंटेलिजेंस होती क्या है। इमोशनल इंटेलिजेंस का मतलब होता है अपनी और अपने साथ काम कर रहे सहकर्मियों की भावनाओं को समझना, उसे अच्छे से प्रबंधित अर्थात मैनेज करना और उसी के अनुसार अपना काम करना।
यदि आप बड़े लेवल की कंपनियां जैसे कि ग्लो एंड लवली, टाटा मोटर्स, टेक महिंद्रा इत्यादि देखेंगे तो पाएंगे कि वहाँ कर्मचारियों की इमोशनल इंटेलिजेंस (Emotional intelligence in Hindi) पर बहुत ध्यान दिया जाता है। इसके लिए अलग से कोर्स या सेशन आयोजित किए जाते हैं ताकि वे अपना काम अच्छे से कर सकें।
इसमें मुख्य रूप से यह पांच फैक्टर काम आते हैं, जो हैं:
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आत्म जागरूकता
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आत्म नियंत्रण
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संबंध प्रबंधन
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प्रेरणा
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सामाजिक जागरूकता
इस तरह से यह पांच फैक्टर ही इमोशनल इंटेलिजेंस की नींव कहे जा सकते हैं। यदि आपको भी अपनी इमोशनल इंटेलिजेंस नामक स्किल में सुधार लाना है तो आज हम आपको उसी के बारे में ही विस्तार से बताने वाले हैं।
करियर में इमोशनल इंटेलिजेंस का महत्व
ऊपर हमने आपको बताया कि करियर को बनाने के लिए जिस इमोशनल इंटेलिजेंस की बात हो रही है, वह है क्या चीज़। अब हम आपको बताएँगे कि किस तरह से यह इमोशनल इंटेलिजेंस आपके करियर को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती (Emotional intelligence ka mahatva) है।
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टीम वर्क और उनका सहयोग
जैसा कि हमने पहले ही बताया कि ऑफिस में अपनी और दूसरों की भावनाओं को समझने को ही इमोशनल इंटेलिजेंस कहते हैं। अब ऑफिस में यदि हम मिलकर आपसी सहयोग के साथ काम करते हैं तो यह बेहतर तरीके से हो पाता है। इससे आपको अपनी टीम के साथ काम करने और उनका सहयोग लेने में आसानी होगी।
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तनाव प्रबंधन
ऑफिस में बहुत बार ऐसी स्थिति आती है कि एकदम से बहुत सारा काम आ जाता है या किसी काम को अच्छे से करने का तनाव या प्रेशर होता है। वहीं यदि आप इमोशनल इंटेलिजेंस में अच्छे हैं तो आप उस काम को तनाव में भी अच्छे से कर पाने में खुद को सक्षम पाते हैं।
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लीडरशिप क्वालिटी
ऑफिस में बड़े पदों पर उन्हीं व्यक्तियों को बिठाया जाता है जिनके अंदर इमोशनल इंटेलिजेंस का गुण होता है। वह इसलिए क्योंकि उस व्यक्ति को काम के साथ-साथ कई लोगों को भी संभालना होता है। अब यदि वह अपनी टीम को ही अच्छे से नहीं समझ पाएगा तो काम करने का क्या ही अर्थ हुआ।
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संघर्ष समाधान
यदि ऑफिस में किसी बात को लेकर बहस हो गई है या ऐसी स्थिति आ पड़ी है तो आप इमोशनल इंटेलिजेंस के कारण उस संघर्ष का सही से समाधान करने में खुद को सक्षम पाते हैं।
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बेहतर बातचीत
इसके माध्यम से आप अपने सहकर्मियों के साथ सही से संवाद स्थापित कर सकते हैं। आप उनकी भावनाओं को समझ कर काम को आगे बढ़ा सकते हैं।
इमोशनल इंटेलिजेंस पर कैसे काम करें?
अब यदि आप भी अपनी इमोशनल इंटेलिजेंस की स्किल को बढ़ाना चाहते हैं तो उसके लिए कई तरीके हैं। सबसे पहला और बेस्ट तरीका तो यही है कि आप घर बैठे ही इस पर एक कोर्स कर सकते हैं। आइए कुछ तरीकों के बारे में जानते हैं।
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एक कोर्स करें
प्रसिद्ध कंपनी ग्लो एंड लवली के द्वारा अपने प्लेटफार्म पर फ्री में ऑनलाइन कोर्स की सुविधा दी जा रही है। इसे कोई भी महिला अपने घर बैठे आसानी से अपने समय में कर सकती है। यहाँ आपको इमोशनल इंटेलिजेंस से जुड़े कोर्स मिल जाएंगे जो आपके बहुत काम आएंगे। इसलिए बिना देर किए आप ऊपर दिए गए लिंक पर क्लिक कर वहाँ उपलब्ध कोर्स को देख सकते हैं।
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सुनने की आदत डालें
इमोशनल इंटेलिजेंस के लिए एक गुण जो आपके अंदर होना चाहिए, वह है सुनने की आदत। यदि आप हमेशा खुद को ही एक्सप्लेन करते रहेंगे लेकिन दूसरों को नहीं सुनेंगे तो आप सबसे बड़ी गलती यही कर रहे हैं। आपको दूसरों को सुनने और उन्हें समझने का नियम अपनाना होगा।
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सकारात्मक सोच रखें
आपको नकारात्मक सोच को दूर करना होगा और अपने आसपास का वातावरण भी सकारात्मक बनाना होगा। इमोशनल इंटेलिजेंस के लिए आपकी सोच का सही होना बहुत आवश्यक है अन्यथा आप हर चीज़ को गलत तरीके से ही लिया करेंगे।
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आगे का सोचें
ऑफिस में बहुत बार ज्यादा काम आता है लेकिन आपको उस समय हड़बड़ी करने या कुछ करने की बजाए आगे का सोचना चाहिए। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपको अपने भविष्य का सोच कर निर्णय लेने की आदत डालनी चाहिए तभी आपका काम बन पाएगा।
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धैर्य रखें
ऑफिस में कई सहकर्मी ऐसे होते हैं जो आपके साथ सही से पेश नहीं आते हैं या हमेशा जल्दी में रहते हैं या उनका व्यवहार आपसे कुछ अलग होता है। ऐसे में आपको तुरंत उत्तर देने की बजाए धैर्य से काम लेना चाहिए और सोच समझ कर ही रिप्लाई करना चाहिए।
इसके अलावा आप समय-समय पर अपनी इमोशनल इंटेलिजेंस की स्किल (Emotional intelligence in Hindi) का टेस्ट लेते रहेंगे तो यह आपके लिए बहुत काम आएगा। इसके लिए आप ग्लो एंड लवली की ही वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन टेस्ट सीरीज देख सकते हैं। इसे सही से करने पर आपको एक सर्टिफिकेट भी मिलेगा जिसे आप अपने रिज्यूमे में जोड़ सकते हैं।
